नेपाल सरकार ने हाल ही में एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। देश में उन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बैन कर दिया गया है, जिन्होंने खुद को संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में रजिस्टर नहीं कराया। इन ऐप्स को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सात दिन का समय दिया गया था, लेकिन अधिकांश ने समय पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। इसके कारण फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, एक्स समेत कुल 26 ऐप्स पर बैन लगा दिया गया है। नेपाल में यह कदम देश की सुरक्षा और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के मकसद से उठाया गया है। सरकार का कहना है कि सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को स्थानीय कानूनों और नियमों के अनुसार रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन के बाद ही ये प्लेटफॉर्म्स नेपाल में काम कर पाएंगे। इंस्टाग्राम पर बैन का वैश्विक उदाहरण नेपाल से पहले कई देशों ने भी इंस्टाग्राम पर बैन लगाया है। सबसे पहले चीन का नाम आता है। चीन में इंस्टाग्राम 2009 से बैन है। इसका मुख्य कारण हांगकांग में हुए विरोध प्रदर्शनों की तस्वीरें और वीडियो साझा होने से रोकना था। चीनी सरकार चाहती थी कि सोशल मीडिया के जरिए विरोध फैलने न पाए। इसलिए चीन में लोग इंस्टाग्राम के बजाय लोकल प्लेटफॉर्म्स जैसे वीचैट और वीबो का इस्तेमाल करते हैं। उत्तर कोरिया में इंटरनेट का उपयोग केवल सरकारी अधिकारियों और उच्च पदस्थ कर्मचारियों तक सीमित है। आम जनता के लिए इंस्टाग्राम समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स बैन हैं। ईरान ने 2022 में इंस्टाग्राम पर बैन लगाया। इसका कारण देश में विरोध प्रदर्शन बढ़ना और सरकार विरोधी गतिविधियों को रोकने की कोशिश थी। ईरानी नागरिक अब इंस्टाग्राम तक पहुंचने के लिए लोकल प्लेटफॉर्म या VPN का इस्तेमाल करते हैं। रूस ने मार्च 2022 में इंस्टाग्राम पर बैन लगाया। रूस का कहना था कि इंस्टाग्राम पर उनके खिलाफ हिंसा और विरोध को बढ़ावा देने वाले कंटेंट शेयर किए जा रहे थे। तुर्की ने अगस्त 2024 में इंस्टाग्राम पर अस्थायी बैन लगाया। तुर्की की सरकार का कहना था कि इंस्टाग्राम ने देश के नियमों का पालन नहीं किया। सोशल मीडिया पर नियंत्रण की वैश्विक रणनीति दुनिया के कई देशों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नियंत्रण की रणनीति अपनाई जाती है। इसका मुख्य मकसद है राष्ट्रीय सुरक्षा, कानून का पालन और विरोधी गतिविधियों पर रोक। कई बार सरकारें देश के नागरिकों को सही जानकारी तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नियम लागू करती हैं। नेपाल में यह कदम इसलिए भी अहम है क्योंकि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स तेजी से बढ़ रहे हैं और सरकार चाहती है कि इनका संचालन नियमों और कानूनों के अनुसार हो। अभी यह देखना बाकी है कि नेपाल में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद कौन-कौन से ऐप्स फिर से चालू होंगे और किस तरह से स्थानीय उपयोगकर्ताओं को इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करने की अनुमति मिलेगी। हालांकि, नेपाल के इस फैसले ने वैश्विक स्तर पर सोशल मीडिया नियमों और नियंत्रण की दिशा में चर्चा बढ़ा दी है। Comments (0) Post Comment