भारत की डिजिटल दुनिया अब पहले से कहीं ज्यादा तेज़, मजबूत और सुरक्षित हो चुकी है।एक ओर जहां भारत ने महज़ दो साल में 93 पायदानों की छलांग लगाकर इंटरनेट स्पीड में दुनिया के टॉप 30 देशों में जगह बना ली है, वहीं दूसरी ओर गूगल के AI एजेंट Big Sleep ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में इतिहास रच दिया है।यह रिपोर्ट दो महत्वपूर्ण घटनाओं को सामने लाती है: भारत की इंटरनेट क्रांति और गूगल की AI-ड्रिवन साइबर सुरक्षा की नई शुरुआत।5G ने बदला भारत का इंटरनेट परिदृश्यभारत में 5G नेटवर्क के लॉन्च ने इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी को पूरी तरह से बदल दिया है। Ookla की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-जून 2025 में भारत की एवरेज डाउनलोड स्पीड 136.53 Mbps रही है। इसकी तुलना में अमेरिका 176.75 Mbps के साथ 13वें और चीन 207.98 Mbps के साथ 8वें स्थान पर हैं।भारत सितंबर 2022 में 119वें स्थान पर था और अब 26वें नंबर पर है। इस तरह की छलांग टेक्नोलॉजी अपनाने की तेज़ रफ्तार और इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित रणनीति का नतीजा है।डेटा खर्च में भी भारत नंबर वनएरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, भारत आज दुनिया में प्रति व्यक्ति सबसे अधिक डेटा खर्च करने वाला देश है।भारत: 32 GB प्रति व्यक्ति/माहचीन: 29 GBअमेरिका: 22 GBवहीं 5G यूजर्स भारत में औसतन 40 GB/माह डेटा इस्तेमाल कर रहे हैं। EY की रिपोर्ट कहती है कि भारत में अब 57% टेलीकॉम टावर 5G इनेबल्ड हैं और 32.6 करोड़ 5G यूजर्स हो चुके हैं।स्मार्टफोन और UPI ने दिया डिजिटल बूस्टभारत में आज 60 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हैं। एक भारतीय यूजर औसतन 4.9 घंटे रोज फोन पर बिताता है।2024 में भारत में कुल 1.1 ट्रिलियन घंटे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बिताए गए, जो किसी भी देश से ज्यादा है।इसके अलावा, 46 करोड़ से ज्यादा यूजर्स और 6.5 करोड़ व्यापारी हर दिन UPI के माध्यम से डिजिटल भुगतान कर रहे हैं।भारत की डिजिटल इकोनॉमी अब न केवल तेज़ है बल्कि बेहद डायनेमिक और व्यापक होती जा रही है।AI का करिश्मा: गूगल का Big Sleep साइबर अटैक से पहले ही खतरा टाल गयादूसरी बड़ी टेक जीत की बात करें तो गूगल ने साइबर सिक्योरिटी के इतिहास में एक मील का पत्थर छुआ है। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने खुद घोषणा की है कि उनके AI एजेंट Big Sleep ने जुलाई 2025 में एक खतरनाक साइबर अटैक को शुरू होने से पहले ही फेल कर दिया।पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि “ये AI के लिए पहला लेकिन बेहद ऐतिहासिक कदम है। आने वाले समय में AI की भूमिका साइबर वर्ल्ड में पहले से कहीं ज्यादा बड़ी होगी।”क्या है Big Sleep?Big Sleep एक उन्नत AI एजेंट है जिसे गूगल की दो टीमें, DeepMind और Project Zero, ने मिलकर बनाया है। इसका मूल उद्देश्य सॉफ्टवेयर में कमजोरियों की पहचान और उनकी रोकथाम है।अब यह AI न सिर्फ प्रॉब्लम की पहचान करता है, बल्कि हमला होने से पहले ही उसे ब्लॉक करने में सक्षम है।CVE-2025-6965 नाम के एक बग को Big Sleep ने SQLite डेटाबेस सॉफ्टवेयर में खोजा और हैकर्स के एक्सप्लॉइट करने से पहले ही ब्लॉक कर दिया।इंटरनेट को मिलेगा नया सुरक्षा कवचगूगल की थ्रेट इंटेलिजेंस टीम ने Big Sleep के साथ मिलकर न सिर्फ अपने प्लेटफॉर्म की सुरक्षा को बढ़ाया, बल्कि अब यह AI ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स और थर्ड पार्टी क्लाउड सिस्टम्स में भी इंटीग्रेट किया जा रहा है।इससे न केवल गूगल के यूजर्स, बल्कि दुनिया भर के इंटरनेट यूजर्स को एक नया और रीयल-टाइम सुरक्षा कवच मिलेगा।यह पहला मौका है जब AI ने प्रोएक्टिव साइबर डिफेंस में सफलता पाई है, और यह साइबर सिक्योरिटी इंडस्ट्री में गेम-चेंजर साबित हो सकता है।भारत और गूगल दोनों टेक्नोलॉजी के फ्रंटफुट परएक ओर भारत तेज़ इंटरनेट, डिजिटल भुगतान और डेटा उपयोग में दुनिया का लीडर बनता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर गूगल ने दिखा दिया कि AI भविष्य की नहीं, वर्तमान की साइबर सुरक्षा की रीढ़ बन चुका है।2025 भारत और दुनिया के लिए इस बात का संकेत है कि अब इंटरनेट सिर्फ कनेक्टिविटी नहीं, बल्कि स्मार्ट स्पीड और स्मार्ट प्रोटेक्शन का नाम है।आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment
दिल्ली: बीमार का इलाज क्या होगा जब अस्पताल ही बीमार! सफदरजंग के गलियारे में भर गया बरसाती पानी Jul 31, 2025 Read More
SDM Rinku Singh Rahi Transfer: ‘कुछ लोग बौखला गए थे’, अफसर बोले, 'ये सिर्फ गंदगी की बात नहीं थी’ Jul 31, 2025 Read More
‘महावतार नरसिम्हा’ का धमाका! 400 करोड़ कमाने वाली ‘सैयारा’ को छठे दिन ही पछाड़ा Jul 31, 2025 Read More