मुंबई के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने भारतीय क्रिकेट टीम और BCCI के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को सूचित किया है कि वह अब लाल गेंद (रेड-बॉल) क्रिकेट, यानी टेस्ट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से ब्रेक लेना चाहते हैं। यह फैसला उन्होंने इंडिया-ए और ऑस्ट्रेलिया-ए के बीच लखनऊ में खेले जा रहे मैच से हटने के दो दिन बाद लिया।अय्यर ने चयनकर्ताओं को बताया कि लंबे फॉर्मेट का दबाव उनके लिए मुश्किल हो रहा है और उन्हें पीठ में तकलीफ महसूस हो रही है। इसके चलते उन्होंने इंडिया-ए के मैच से नाम वापस लिया।टी-20 और वनडे पर फोकसश्रेयस अय्यर का यह कदम उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब वह वनडे और टी-20 क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। साथ ही, वे अपनी पीठ की समस्या को ठीक करने के लिए फिटनेस और रिहैबिलिटेशन पर काम कर सकते हैं।इस कदम से उनकी लंबी करियर योजना भी सुरक्षित रह सकती है, क्योंकि फिटनेस ठीक होने के बाद वे टी-20 और वनडे में और अधिक प्रभावशाली प्रदर्शन कर सकते हैं।टेस्ट टीम चयन पर असरचयनकर्ता 2 अक्टूबर से अहमदाबाद में होने वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए 24 सितंबर को टीम का चयन करेंगे। माना जा रहा था कि अय्यर को टेस्ट क्रिकेट में वापसी का मौका मिल सकता है। लेकिन उनके इस फैसले के बाद यह संभावना खत्म हो गई है।श्रेयस अय्यर फरवरी 2024 से टेस्ट टीम में नहीं हैं, और अब टीम को मिडिल ऑर्डर में मजबूत विकल्प ढूंढना पड़ेगा।टेस्ट क्रिकेट में अय्यर का रिकॉर्डश्रेयस अय्यर ने अब तक 14 टेस्ट मैच खेले हैं। उनका टेस्ट करियर खास प्रभावशाली नहीं रहा है, लेकिन 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में उन्होंने एक शतकीय पारी खेली थी।हाल ही में दलीप ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसमें उन्होंने 25 और 12 रन बनाए। इंडिया-ए के लिए पिछले मैच में उन्होंने सिर्फ 8 रन बनाए। हालांकि, पिछले घरेलू फर्स्ट क्लास सीजन में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था, जिसके चलते उन्हें इंडिया-ए का कप्तान बनाया गया था।वनडे और टी-20 में चुनौतीश्रेयस अय्यर ने वनडे टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है। IPL में उनका प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम में उन्हें जगह बनाने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।विदेशी पिचों पर तेज गेंदबाजी और शॉर्ट गेंदों के खिलाफ कमजोरी तथा 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के कारण चयनकर्ताओं का भरोसा थोड़ा कम हुआ।मिडिल ऑर्डर में चयनकर्ताओं के लिए चुनौतीअब भारतीय टीम के चयनकर्ताओं और मैनेजमेंट के सामने मिडिल ऑर्डर को मजबूत करने की चुनौती है। करुण नायर का फॉर्म खराब है और ऋषभ पंत चोट के कारण उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में टीम मैनेजमेंट को सरफराज खान या अन्य खिलाड़ियों को मौका देने पर विचार करना होगा।अय्यर का यह फैसला भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य की रणनीति पर असर डाल सकता है। टीम को नए खिलाड़ियों को आजमाने और मिडिल ऑर्डर को संतुलित करने की जरूरत होगी। Comments (0) Post Comment