गाजियाबाद में प्रॉपर्टी खरीदना होगा महंगा, सर्किल रेट बढ़ने से बढ़ेंगे ज़मीन के दाम

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गाजियाबाद में अगर आप अपना घर बनाने का सपना देख रहे हैं या प्रॉपर्टी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत ज़रूरी है। ज़िला प्रशासन ने ज़मीन के सर्किल रेट में बढ़ोतरी का नया प्रस्ताव जारी किया है, जिसके लागू होते ही अक्टूबर से गाजियाबाद में ज़मीन और फ्लैट की रजिस्ट्री महंगी हो जाएगी। इस बढ़ोतरी का असर सीधे आपकी जेब पर पड़ेगा, क्योंकि प्रॉपर्टी के दाम 15% से लेकर 40% तक बढ़ सकते हैं

 इन पॉश इलाकों में सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी

प्रशासन के प्रस्ताव के मुताबिक, सबसे ज़्यादा असर कुछ खास और पॉश इलाकों पर पड़ने वाला है। वेव सिटी, आदित्य वर्ल्ड सिटी, जयपुरिया टाउनशिप, पार्क टाउन और अर्बन होम्स जैसे इलाकों में ज़मीन की कीमतों में 35% से 40% तक की भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया है। इन इलाकों में पहले से ही प्रॉपर्टी के दाम काफी ज़्यादा हैं, और इस बढ़ोतरी के बाद यहां निवेश करना और भी महंगा हो जाएगा। एआईजी स्टांप पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी वेव सिटी और उसके आसपास के इलाकों में देखने को मिलेगी।

 फ्लैट और अन्य संपत्तियों पर कितना होगा असर?

सिर्फ ज़मीन ही नहीं, बल्कि फ्लैट, दुकान और खेती की ज़मीन के दाम भी बढ़ने वाले हैं। प्रस्ताव के अनुसार, गाजियाबाद में फ्लैट्स की कीमतों में औसतन 20% की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मतलब है कि अगर आप कोई बना-बनाया फ्लैट खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको पहले से ज़्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा, औद्योगिक (इंडस्ट्रियल) और व्यावसायिक (कमर्शियल) संपत्तियों के साथ-साथ कृषि भूमि की दरों में भी 15% की वृद्धि का प्रस्ताव है।

 आपत्ति और सुझाव के लिए है मौका

यह अभी सिर्फ एक प्रस्ताव है और इसे लागू करने से पहले प्रशासन ने आम जनता से उनकी राय मांगी है। अगर आपको इन बढ़ी हुई दरों से कोई आपत्ति है या आप कोई सुझाव देना चाहते हैं, तो आपके पास 30 सितंबर तक का समय है। आप अपनी आपत्ति या सुझाव संबंधित सब-रजिस्ट्रार ऑफिस या एआईजी स्टांप कार्यालय में जाकर लिखित रूप में दर्ज करा सकते हैं। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ की अनुमति के बाद इस प्रस्ताव को सार्वजनिक किया गया है और इसे डीएम कार्यालय, एनआईसी वेबसाइट और सभी सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों के बाहर देखा जा सकता है।

आपत्तियों और सुझावों पर विचार करने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो अक्टूबर से नई दरें लागू हो जाएंगी और गाजियाबाद में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराना पहले से काफी महंगा हो जाएगा।

 

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