पीलीभीत में BSF जवान की पत्नी से रेप, देवरों ने ही वीडियो बना ब्लैकमेल किया!

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है।


एक BSF जवान की पत्नी ने अपने ही दो देवरों पर बार-बार बलात्कार करने, वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने और जान से मारने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया है।


यह घटना न केवल सामाजिक ढांचे पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे महिलाएं अपने ही घर में असुरक्षित हो गई हैं, खासकर तब जब उनके पति दूर ड्यूटी पर तैनात होते हैं।


पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी BSF में तैनात एक जवान से हुई थी। शादी के बाद वह अपने ससुराल के गांव से बाहर एक दूसरे मकान में अपनी सास के साथ रहती थी, क्योंकि उसका पति अक्सर देश की सीमा पर ड्यूटी पर रहता था।


पीड़िता का आरोप है कि जब भी उसकी सास गांव लौट जाती थी, उसके देवर हरिओम और रवि उसके घर में जबरदस्ती घुस जाते थे और उसके साथ बार-बार बलात्कार करते थे।


इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देते समय दोनों आरोपियों ने महिला का वीडियो भी बना लिया, जिसे बाद में वे ब्लैकमेल के लिए इस्तेमाल करने लगे।


महिला ने बताया कि वे बार-बार उसे धमकाते थे कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो वे उसकी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे।


पति के लौटने पर और भी बढ़ा अत्याचार


पीड़िता ने बताया कि जब उसका पति छुट्टी में घर आया, तो देवरों ने सारी हदें पार करते हुए वो वीडियो उसके पति को भी दिखा दिए।


इस पर महिला और उसके पति ने विरोध किया तो पूरा परिवार ही उनके खिलाफ खड़ा हो गया।


पीड़िता ने कहा कि परिवार वालों ने पति-पत्नी के साथ मारपीट की और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं, गला दबाकर हत्या की भी कोशिश की गई।


सास-ससुर और अन्य भी आरोपी


इस मामले में सिर्फ दोनों देवर ही नहीं, बल्कि पीड़िता ने अपनी सास, ससुर और अन्य तीन परिजनों पर भी आरोप लगाए हैं।


महिला का कहना है कि सभी ने मिलकर उसे चुप कराने की कोशिश की और धमकाया कि अगर उसने थाने गई तो अंजाम बुरा होगा।


इन आरोपों के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धाराओं के तहत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।


गिरफ्तारी और पुलिस का बयान


जहानाबाद थाना प्रभारी मनोज कुमार मिश्रा ने मीडिया को बताया कि पीड़िता की शिकायत के बाद मामले में तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


एक आरोपी देवर हरिओम को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।


पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य आरोपियों को भी जल्द ही हिरासत में लिया जाएगा और पीड़िता को पूरी सुरक्षा दी जाएगी।


कानूनी पहलू और समाज का चेहरा


यह मामला एक बार फिर इस बात को उजागर करता है कि कैसे महिला उत्पीड़न के मामले अक्सर घर की चारदीवारी के भीतर दबा दिए जाते हैं।


बलात्कार जैसे संगीन अपराध में जब परिवार के ही सदस्य आरोपी हों, तो पीड़िता के लिए इंसाफ की लड़ाई और भी कठिन हो जाती है।


हालांकि, इस केस में महिला की हिम्मत सराहनीय है, जिसने अपने साथ हुए अत्याचार को सामने लाने का साहस दिखाया।


पुलिस ने कहा है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर कानूनी विकल्प का इस्तेमाल किया जाएगा और सुरक्षा की पूरी गारंटी दी जाएगी।


यह घटना न सिर्फ अपराध का मामला है, बल्कि समाज के उस खोखले ताने-बाने को भी उजागर करती है, जिसमें लड़की को शादी के बाद एक सुरक्षित माहौल मिलने का सपना दिखाया जाता है, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत निकलती है।


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