निक्की हत्याकांड: परिजनों के बयान दर्ज, पुलिस 8 बड़े सवालों के जवाब तलाश रही

  • Category:

    नोएडा-ग्रेनो

  • Subcategory:

    Noida And Greater Noida News

ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में हुए निक्की हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए रविवार को पुलिस की विशेष टीम मौके पर पहुंची। इस टीम में करीब 10 पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन्होंने निक्की के परिजनों से अलग-अलग बयान लिए। पुलिस ने सबसे पहले निक्की के पिता भिखारी सिंह से पूछताछ की, फिर उसके भाई और बेटे से भी सवाल-जवाब किए। करीब एक घंटे तक चली इस कार्रवाई के बाद टीम लौट गई।

 परिजनों के बयान और पुलिस की पड़ताल

 निक्की के पिता ने बताया कि जब वह अस्पताल पहुंचे थे, उस वक्त उनकी बेटी बोलने की हालत में नहीं थी। उन्हें सिर्फ इतना पता चला कि परिवार के लोग ही उसे अस्पताल लेकर गए थे। पुलिस ने उनसे यह भी पूछा कि निक्की को आग लगने के बाद सबसे पहले कौन मौके पर पहुंचा था और अस्पताल तक कौन-कौन उसके साथ गया था।

 इसके अलावा, पुलिस ने निक्की के भाई और बेटे से भी पूछताछ की। उनके बयानों की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। पुलिस ने परिजनों से यह भी जानकारी जुटाई कि निक्की का मोबाइल फोन कहां है, क्योंकि अभी तक वह बरामद नहीं हो सका है। इस मामले में कंचन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि घर से निकलते वक्त उसके पास बैग था। उसमें मोबाइल था या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

 आरोपी पक्ष की दलील और बैठक

 आपको बता दें, निक्की की मौत के बाद उसके पति विपिन, सास दया, ससुर सतवीर और जेठ रोहित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन आरोपियों के परिजन, ग्रामीण और रिश्तेदारों ने रविवार को बैठक कर पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की। इसके बाद वे कासना कोतवाली पहुंचे और सीबीआई जांच की अपील भी की।

 परिजनों का कहना है कि घटना के वक्त विपिन दुकान के पास बैठा था, उसका भाई रोहित टोल प्लाजा पर ड्यूटी कर रहा था, जबकि मां और पिता भी घर के बाहर थे। ऐसे में वे घर के अंदर जाकर आग कैसे लगा सकते हैं?

 पुलिस के सामने 8 बड़े सवाल

 इस केस को सुलझाने के लिए पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।

 घटना के समय पति विपिन वास्तव में घर के बाहर था या नहीं?

एफआईआर में सास और जेठ के मौजूद होने का जिक्र है, लेकिन वीडियो में सिर्फ सास दिख रही, ऐसा क्यों?

आग लगने के बाद कंचन ने वीडियो बनाया, लेकिन पुलिस को फोन क्यों नहीं किया?

क्या हत्या दहेज को लेकर हुई या फिर वजह कुछ और थी?

कंचन की भूमिका संदिग्ध क्यों लग रही है?

घटना के बाद सोशल मीडिया पर पुराना मारपीट का वीडियो क्यों वायरल किया गया?

आगजनी के वक्त मौके पर असल में कौन-कौन मौजूद था?

अगर निक्की और उसकी बहन लंबे समय से प्रताड़ना झेल रही थीं, तो पुलिस में पहले शिकायत क्यों नहीं की गई?

 आगे की कार्रवाई

 पुलिस ने दोनों परिवारों के बयान दर्ज कर लिए हैं और वीडियो को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। निक्की के मोबाइल की तलाश भी जारी है। अधिकारी मानते हैं कि इस केस में कई पहलू ऐसे हैं, जो अभी साफ नहीं हैं। खासकर कंचन की भूमिका और मोबाइल फोन मिलने के बाद ही कई सवालों के जवाब मिल पाएंगे।

 फिलहाल, पुलिस इस केस की हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रही है ताकि सच सामने सके और निक्की की मौत का असली कारण उजागर हो सके।

 

Comments (0)