गोरखपुर में NEET छात्र दीपक गुप्ता की दर्दनाक हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया था। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपक के माता-पिता से मुलाकात की और परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस दौरान सीएम ने दीपक की मां को 5 लाख रुपए का चेक दिया और पिता के कंधे पर हाथ रखकर उनके साथ खड़े रहने का संदेश दिया। मुलाकात के दौरान सांसद रवि किशन भी मौजूद रहे।सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देशसीएम योगी ने अफसरों को आदेश दिए कि दीपक के परिवार की हर समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस दौरान परिवार ने बेटे को शहीद का दर्जा देने और गांव की सड़क को दीपक के नाम पर करने की मांग की। सीएम ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।घटना का पूरा विवरण15 सितंबर की रात करीब 11.30 बजे पिपराइच के मऊआचापी गांव में 10-12 पशु तस्कर दो पिकअप गाड़ियों से पहुंचे। दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान और ट्रैवल ऑफिस की ऊपरी मंजिल में भांजा सो रहा था। शटर खड़खड़ाने की आवाज सुनकर भांजे ने दीपक को फोन किया। दीपक तुरंत स्कूटी लेकर वहां पहुंचा और शोर-शराबा करने लगे। गांववाले भी घटनास्थल पर पहुंच गए।तस्कर भागने लगे लेकिन उनका आमना-सामना गांववालों से हुआ। इसी दौरान उन्होंने दीपक को अपनी गाड़ी में खींच लिया और पीट-पीटकर हत्या कर दी। भीड़ ने एक तस्कर अजहर को पकड़ लिया, जिसकी गाड़ी फूंक दी और उसे अधमरा कर दिया। पुलिस की तरफ से अजहर को छुड़ाने का प्रयास किया गया, जिसमें SP और थाना प्रभारी घायल हो गए।पुलिस कार्रवाई और एनकाउंटरघटना के 23 घंटे बाद SSP राजकरण नय्यर ने 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया और पूरी चौकी के खिलाफ विभागीय जांच बैठाई। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने गोरखपुर पहुंचकर STF को तैनात किया।17 सितंबर को पुलिस ने कुशीनगर में आरोपी तस्कर का एनकाउंटर किया और उसके दोनों पैरों में गोली मारी। घायल आरोपी को अस्पताल ले जाया गया। इस बीच दो और तस्करों को गिरफ्तार किया गया। पहले ही एक तस्कर अजब हुसैन को ग्रामीणों ने पकड़ लिया था। अब तक कुल चार तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दो और की तलाश जारी है।परिवार की प्रतिक्रिया और प्रशासन की तत्परतादीपक के पिता दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि दोषियों को कोई भी बख्शा न जाए। उन्होंने बुलडोजर चलाने और संपत्ति जब्त करने की मांग की। सीएम योगी और प्रशासन ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिलाया।इस दर्दनाक घटना ने न केवल गोरखपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में न्याय की मांग को बल दिया है। मुख्यमंत्री की मुलाकात और त्वरित कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। Comments (0) Post Comment