शेफाली जरीवाला की अचानक मौत ने खोला Glutathione का खतरनाक सच!

‘कांटा लगा’ से मशहूर हुईं शेफाली जरीवाला की अचानक मौत ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को झकझोर दिया है।


प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेफाली ने स्किन लाइटनिंग और एंटी-एजिंग के लिए एक Glutathione इंजेक्शन लिया था, जिसके कुछ देर बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।


हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि मौत की सीधी वजह यही इंजेक्शन है, लेकिन इससे जुड़ा सवाल बेहद बड़ा है, क्या महज ₹9,000 के इंजेक्शन ने करोड़ों की मालकिन की जान ले ली?


क्या होता है Glutathione?


Glutathione एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से बनता है। यह लिवर की सफाई, फ्री रेडिकल्स से लड़ने, और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है।


लेकिन कॉस्मेटिक इंडस्ट्री ने इसे स्किन लाइटनिंग, स्किन डिटॉक्स और एंटी-एजिंग के लिए एक चमत्कारी औषधि के तौर पर पेश कर दिया है।


इंजेक्शन के रूप में जब Glutathione शरीर में डाला जाता है, तो कहा जाता है कि यह स्किन को ‘फेयर’, ‘यंग’ और ‘ब्राइट’ बनाता है, हालांकि इसके वैज्ञानिक प्रमाण अभी भी बहस का विषय हैं।


कितनी होती है कीमत?


भारत में एक Glutathione इंजेक्शन की कीमत ₹9,000 से ₹15,000 तक हो सकती है। कई क्लिनिक्स पैकेज के रूप में भी ये ट्रीटमेंट देते हैं, जो लाखों में चला जाता है। मगर सवाल यह है कि क्या सिर्फ कीमत चुकाने से कोई इलाज सुरक्षित हो जाता है?


कितना बड़ा है Glutathione का ग्लोबल बिजनेस?


  1. ग्लोबल मार्केट साइज (2023): $1.1 बिलियन

  2. अनुमानित ग्रोथ (2030 तक): $2.5 बिलियन

  3. भारत में मौजूदा मार्केट: ₹300-400 करोड़

  4. 2025 तक अनुमानित विस्तार: ₹700-800 करोड़


मार्केट की यह आक्रामक ग्रोथ इस बात की ओर इशारा करती है कि सौंदर्य के नाम पर कितनी तेजी से Glutathione को एक ज़रूरत की तरह बेचा जा रहा है, बिना इसके साइड इफेक्ट्स को ठीक से समझे।


Glutathione के संभावित साइड इफेक्ट्स


डॉक्टरों और स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि Glutathione इंजेक्शन लेने से पहले इसका पूरा मेडिकल हिस्ट्री के साथ विश्लेषण किया जाना चाहिए। कुछ आम जोखिमों में शामिल हैं:


  • किडनी डैमेज

  • लिवर फ़ंक्शन पर असर

  • इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी

  • सांस लेने में दिक्कत या एलर्जी

  • त्वचा पर रिएक्शन और दाने


WHO और FDA जैसी संस्थाओं ने अभी तक Glutathione इंजेक्शनों को स्किन लाइटनिंग के लिए क्लीन चिट नहीं दी है।


क्यों बढ़ रही है Glutathione की डिमांड?


  • सेलेब्रिटी एंडोर्समेंट: कई बॉलीवुड और टीवी स्टार्स सोशल मीडिया पर इसे प्रमोट करते नजर आते हैं।

  • स्किन व्हाइटनिंग ट्रेंड: फेयरनेस को लेकर सामाजिक पूर्वाग्रह अब भी कायम हैं।

  • मेडिकल स्पा और वैलनेस क्लिनिक का बढ़ता बिजनेस

  • सोशल मीडिया प्रेशर: इंस्टाग्राम और फिल्टर्ड फोटो कल्चर ने रियल स्किन को नकारा है।


क्या हैं प्राकृतिक विकल्प?


अगर स्किन हेल्थ या एंटी-एजिंग की बात करें, तो Glutathione को नैचुरल तरीकों से भी बूस्ट किया जा सकता है, जैसे:


  1. हरी सब्जियां: पालक, ब्रोकली, गोभी

  2. विटामिन C युक्त फल: आंवला, संतरा, कीवी

  3. नियमित व्यायाम

  4. उत्तम गुणवत्ता की नींद

  5. प्रोसेस्ड फूड से दूरी


ये विकल्प न सिर्फ सस्ते हैं, बल्कि बिना साइड इफेक्ट के शरीर की समग्र सेहत में सुधार करते हैं।


क्यों नहीं रुकती ये दौड़?


सेलेब्रिटी कल्चर और सोशल मीडिया ट्रेंड्स ने खूबसूरती को एक फिक्स पैमाना बना दिया है।


जब एक फेमस पर्सनालिटी की मौत जैसा कोई हादसा सामने आता है, तभी इन ट्रीटमेंट्स पर सवाल उठते हैं। लेकिन कुछ दिनों बाद वही ग्लैमर वर्ल्ड इन तरीकों को फिर सामान्य बना देता है।


शेफाली जरीवाला की मौत का कारण चाहे जो भी हो, इस घटना ने एक ज़रूरी बहस को जन्म दिया है, क्या हम सुंदर दिखने के लिए ज़रूरत से ज़्यादा रिस्क ले रहे हैं?


₹9,000 का इंजेक्शन केवल पैसा नहीं, ज़िंदगी की कीमत बन सकता है अगर उसे गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए।


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