नॉर्वे के फोर्डे में आयोजित वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 48 किलो वर्ग में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। उन्होंने कुल 199 किग्रा वजन उठाया, जिसमें 84 किग्रा स्नैच और 115 किग्रा क्लीन एंड जर्क शामिल थे। मीराबाई की यह प्रदर्शन भारतीय वेटलिफ्टिंग के लिए गर्व का पल है।स्नैच में थोड़ी चुनौती, क्लीन एंड जर्क में शानदार वापसीस्नैच में मीराबाई ने अपने पहले दो प्रयास 87 किग्रा में असफल रहे, लेकिन क्लीन एंड जर्क में उन्होंने शानदार वापसी की। 109, 112 और 115 किग्रा के तीनों प्रयासों को उन्होंने आसानी से पूरा किया। खास बात यह है कि 115 किग्रा का वजन उन्होंने आखिरी बार 2021 टोक्यो ओलिंपिक में उठाया था, जहाँ भी उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल किसके नाम रहे?प्रतियोगिता का गोल्ड मेडल उत्तर कोरिया की री सोंग गुम के नाम रहा। उन्होंने कुल 213 किग्रा (91 किग्रा स्नैच + 122 किग्रा क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उनके अंतिम दो प्रयास 120 और 122 किग्रा वेट उठाने में सफल रहे। ब्रॉन्ज मेडल थाईलैंड की थनयाथोन सुक्चारो ने जीता, जिन्होंने 198 किग्रा वजन उठाया।वर्ल्ड चैंपियनशिप में मीराबाई का तीसरा मेडल31 वर्षीय मीराबाई चानू का यह वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरा मेडल है। 2017 में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता था और 2022 में भी सिल्वर मेडल हासिल किया था। उन्होंने पहले 49 किलो वर्ग में प्रतिस्पर्धा की थी, लेकिन 2024 में पेरिस ओलिंपिक में 49 किलो वर्ग हटने के कारण उन्हें 48 किलो वर्ग में शिफ्ट होना पड़ा।हालिया प्रदर्शन और पर्सनल बेस्ट चैनू ने पिछले महीने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2025 में अहमदाबाद में गोल्ड मेडल जीता था, जहां उन्होंने 193 किग्रा वजन उठाया। स्नैच में उनकी बेस्ट लिफ्ट 84 किग्रा रही, जबकि क्लीन एंड जर्क में 109 किग्रा वजन उठाया। इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने 199 किग्रा वजन उठाकर पेरिस ओलिंपिक की बराबरी की, जबकि टोक्यो ओलिंपिक में उन्होंने 202 किग्रा उठाया था।हालांकि, मीराबाई अपने पर्सनल बेस्ट (स्नैच 88 किग्रा और क्लीन एंड जर्क 119 किग्रा) से अभी थोड़ी दूर हैं। कुल मिलाकर उनका कंबाइंड पर्सनल बेस्ट 207 किग्रा है।मीराबाई की वापसी पर खुशीपेरिस ओलिंपिक के बाद मीराबाई पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में उतरी थीं। उनकी यह प्रदर्शन भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गर्व का पल है और यह दर्शाता है कि मीराबाई हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। Comments (0) Post Comment