अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ को लेकर बड़ा बयान दिया। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि लंबे समय तक भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते ‘एकतरफा’ रहे हैं। ट्रम्प के अनुसार, भारत अमेरिकी सामानों पर बेहद ज्यादा शुल्क लगाता है। उन्होंने दावा किया कि भारत ने कई अमेरिकी उत्पादों पर 100% तक का टैरिफ लगाया हुआ था, जो दुनिया में सबसे ऊंचे स्तर पर है। यही वजह थी कि दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलित हो गया। हार्ले डेविडसन का उदाहरण अपनी बात को समझाने के लिए ट्रम्प ने अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत में इस कंपनी की मोटरसाइकिलें बिक ही नहीं पाती थीं, क्योंकि यहां 200% टैरिफ लगाया गया था। मजबूरी में कंपनी को भारत में ही प्लांट लगाना पड़ा ताकि वह टैक्स देने से बच सके। रूस से तेल आयात पर भी असर ट्रम्प ने आगे कहा कि जब से अमेरिका ने भारतीय आयातों पर 50% टैरिफ लगाया है, आर्थिक तनाव और बढ़ा है। इसके अलावा, रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत को 25% अतिरिक्त शुल्क भी चुकाना पड़ रहा है। ट्रम्प ने अपनी टैरिफ नीति का बचाव करते हुए इसे ‘जादुई हथियार’ बताया। उन्होंने दावा किया कि इस नीति की वजह से अमेरिका को बातचीत में मजबूती मिली है और अब तक वे सात बड़ी जंगों को रोकने में कामयाब रहे हैं। बाइडेन पर हमला ट्रम्प ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में अमेरिका आर्थिक रूप से बेहद मजबूत था, लेकिन बाइडेन ने इसे कमजोर कर दिया। ट्रम्प के मुताबिक, उनकी टैरिफ नीति की वजह से अब अमेरिका फिर से दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनने की ओर है। कंपनियों की वापसी का दावा ट्रम्प ने दावा किया कि ज्यादा टैरिफ की वजह से पहले कई कंपनियां अमेरिका से बाहर उत्पादन करने लगी थीं। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। उनकी नीतियों की वजह से हजारों कंपनियां वापस अमेरिका आ रही हैं। उन्होंने बताया कि कई कार कंपनियां चीन, मेक्सिको और कनाडा से उत्पादन शिफ्ट कर अमेरिका में फैक्ट्री खोल रही हैं। इसकी तीन बड़ी वजहें उन्होंने गिनाईं— • कंपनियां सुरक्षित माहौल चाहती हैं।• टैरिफ उन्हें प्रतिस्पर्धा में सुरक्षा देता है।• अमेरिका में उत्पादन करने पर उन्हें अतिरिक्त टैक्स नहीं देना पड़ता। भारत पर कड़ा रुख ट्रम्प ने यह भी साफ किया कि फिलहाल वे भारत पर लगाए गए टैरिफ कम करने के पक्ष में नहीं हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के रिश्ते अच्छे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ट्रम्प ने पहले भारत के निर्यात पर 25% शुल्क लगाया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 50% कर दिया गया। इसका असर अमेरिका को भेजे जाने वाले भारत के 55% से ज्यादा सामान पर पड़ा। सोमवार को सोशल मीडिया पर ट्रम्प ने लिखा था कि भारत ने अपने टैरिफ घटाने की पेशकश की है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह पेशकश कब हुई और क्या अमेरिका-भारत के बीच फिर से व्यापार वार्ता शुरू होगी। ट्रम्प ने बस इतना कहा, “अब देर हो चुकी है। उन्हें यह सालों पहले करना चाहिए था।” Comments (0) Post Comment
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