भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते एक बार फिर सुर्खियों में हैं। एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना करीबी दोस्त बताते हैं, वहीं दूसरी ओर उन्होंने रूस से तेल खरीदने के कारण भारत पर भारी टैरिफ लगा दिया है। इस कदम से दोनों देशों के बीच चल रही ट्रेड डील की बातचीत रुक गई थी। लेकिन पीएम मोदी के जन्मदिन पर ट्रम्प के फोन कॉल और हालिया बयानों ने एक बार फिर उम्मीद जगा दी है कि जल्द ही बातचीत दोबारा शुरू हो सकती है। ट्रम्प का बयान: "भारत और मोदी मेरे करीब" लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब ट्रम्प से पूछा गया कि क्या रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर बैन लगाने का समय आ गया है, तो उन्होंने सीधे भारत और चीन का जिक्र किया। ट्रम्प ने कहा, “मैं भारत और प्रधानमंत्री मोदी के बहुत करीब हूं। मैंने हाल ही में उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने भी बहुत सुंदर जवाब दिया। हमारे बीच अच्छे संबंध हैं, लेकिन मुझे उन पर प्रतिबंध लगाना पड़ा।” उन्होंने आगे कहा कि रूस से तेल खरीदने की वजह से उन्हें न केवल भारत, बल्कि यूरोपीय देशों और चीन पर भी टैरिफ लगाना पड़ा। मोदी-ट्रम्प की जन्मदिन पर बातचीत 17 सितंबर को ट्रम्प ने पीएम मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने रात 10:53 बजे फोन कर मोदी को विश किया और बाद में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर इसकी जानकारी भी दी। ट्रम्प ने लिखा, “अभी-अभी मेरे दोस्त नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत हुई। मैंने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। वे अद्भुत काम कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन जंग खत्म करने में सहयोग के लिए धन्यवाद।” मोदी ने भी तुरंत जवाब देते हुए X पर लिखा, “थैंक यू, मेरे दोस्त प्रेसिडेंट ट्रम्प। मैं भी हमारे रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता हूं। हम यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं।” यह बातचीत ऐसे समय में हुई जब अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ लगाए हुए 40 दिन पूरे हो चुके थे। ट्रेड डील पर अटकी बातचीत भारत और अमेरिका के बीच अब तक 5 दौर की ट्रेड बातचीत हो चुकी है। छठा दौर 25-29 अगस्त को होना था, लेकिन टैरिफ विवाद के चलते इसे टाल दिया गया। हालांकि, 16 सितंबर को दोनों देशों के प्रतिनिधियों की दिल्ली में 7 घंटे लंबी बैठक हुई, जिसे सकारात्मक बताया गया। इसके कुछ घंटे बाद ही मोदी और ट्रम्प की फोन पर बातचीत हुई, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि डील पर वार्ता दोबारा शुरू हो सकती है। ट्रम्प के बदलते बयान सितंबर महीने में ट्रम्प ने कई बार मोदी को अपना दोस्त बताया। -10 सितंबर को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे पीएम मोदी से जल्द बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं।-5 सितंबर को पहले उन्होंने कहा कि भारत और रूस अब चीन के करीब हो गए हैं, लेकिन उसी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में पलटकर कहा कि वे हमेशा मोदी के दोस्त रहेंगे।-मोदी ने भी ट्रम्प के बयानों को सराहते हुए भारत-अमेरिका की साझेदारी को “पॉजिटिव और दूरदर्शी” बताया। टैरिफ हटाने की शर्तें अमेरिकी उद्योग मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने भारत पर लगे 25% अतिरिक्त टैरिफ हटाने के लिए तीन शर्तें रखी हैं: -भारत को रूस से तेल खरीदना बंद करना होगा।-BRICS से अलग होना होगा।-अमेरिका और डॉलर का खुलकर समर्थन करना होगा। उन्होंने साफ कहा कि या तो भारत अमेरिका के सबसे बड़े ग्राहक का साथ दे, या फिर 50% टैरिफ चुकाए। कुल मिलाकर भारत और अमेरिका के बीच संबंध फिलहाल टैरिफ विवाद के कारण तनावपूर्ण हैं, लेकिन पीएम मोदी और ट्रम्प की हालिया बातचीत ने नई उम्मीदें जगा दी हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत अमेरिकी शर्तें मानकर टैरिफ से राहत पाता है या फिर ट्रेड डील को लेकर दोनों देशों में कोई नया रास्ता निकलता है। एक बात तय है कि भारत-अमेरिका साझेदारी की दिशा आने वाले हफ्तों में वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डाल सकती है। Comments (0) Post Comment
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