गाजियाबाद: स्ट्रीट डॉग को खाना खिलाने पर विवाद, युवती को युवक ने मारे थप्पड़; वीडियो वायरल

गाजियाबाद, 23 अगस्त: गाजियाबाद की एक सोसाइटी में शुक्रवार को हुई घटना ने इंसानियत और संवेदनशीलता दोनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला ब्रह्मपुत्र एनक्लेव सोसाइटी, विजय नगर थाना क्षेत्र का है, जहां स्ट्रीट डॉग को खाना खिलाने को लेकर दो पड़ोसियों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि युवक ने एक युवती को बीच सड़क पर थप्पड़ जड़ दिए।

रोजाना डॉग्स को खिलाती थी खाना

सोसाइटी में पिछले तीन-चार साल से रह रही युवती की आदत है कि वह रोजाना सोसाइटी के परिसर में रहने वाले स्ट्रीट डॉग्स को खाना खिलाती है। यह उसकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। लेकिन इसी बात को लेकर सोसाइटी के ही एक अन्य निवासी कमल खन्ना को आपत्ति थी।

बहस से हाथापाई तक

शुक्रवार को दोनों के बीच इसी मुद्दे पर तीखी बहस हुई। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि कमल खन्ना ने अपना आपा खो दिया और युवती को कई बार थप्पड़ मार दिए। यह घटना वहां मौजूद लोगों के सामने हुई, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि कोई भी बीच-बचाव के लिए आगे नहीं आया।

38 सेकेंड का वीडियो वायरल

इस पूरी घटना का एक 38 सेकेंड का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक युवती पर हाथ उठाता है और उसे लगातार थप्पड़ मारता है। पास खड़े लोग सिर्फ तमाशबीन बने रहते हैं। यह वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और आरोपी युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।

Viral Video Ghaziabad

युवती की पीड़ा

युवती का कहना है कि जानवरों को खाना खिलाना उसकी आदत है और इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उसने बताया कि वह लंबे समय से ऐसा कर रही है और इससे किसी को कोई नुकसान नहीं होता। “मैं मानती हूँ कि जानवर भी हमारी तरह इस समाज का हिस्सा हैं। उन्हें खाना खिलाना कोई गुनाह नहीं है। लेकिन इस पर किसी का हाथ उठाना बेहद गलत है।” – युवती ने कहा।

पुलिस की कार्रवाई

वायरल वीडियो की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई है। विजय नगर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की पहचान कर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पीड़ित युवती की तहरीर मिलने पर आरोपी युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

समाज में असहिष्णुता का उदाहरण

यह घटना न केवल इंसान और जानवरों के बीच के रिश्ते पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता को भी दिखाती है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि अगर किसी को आपत्ति थी तो उसे शांतिपूर्वक बात करनी चाहिए थी, न कि हिंसा पर उतर आना चाहिए था।

गाजियाबाद की यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हम इंसान होने के बावजूद दूसरों के प्रति कितने असंवेदनशील हो सकते हैं। जानवरों से प्यार और उनकी देखभाल करना सराहनीय है। लेकिन किसी की नेक आदत को लेकर विवाद करना और उस पर हिंसा करना न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि इंसानियत के भी खिलाफ है। अब सबकी निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।


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