पंचायत की मंजू देवी बनीं मिसाल, संघर्ष से सफलता तक का सफर!

नीना गुप्ता, जिनकी पहचान आज “पंचायत” वेब सीरीज की मंजू देवी के तौर पर है, उनके जीवन का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं।


बॉलीवुड में चार दशक पहले कदम रखने वाली नीना ने न केवल अभिनय के क्षेत्र में पहचान बनाई बल्कि निजी जिंदगी में आई तमाम चुनौतियों का डटकर सामना भी किया।


फिल्मों से ज्यादा वे अपनी निजी जिंदगी और विवादों को लेकर सुर्खियों में रहीं। लेकिन आज की तारीख में वे एक सफल कलाकार ही नहीं, बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा भी हैं।


  1. सतीश कौशिक का शादी का प्रस्ताव


नीना गुप्ता के जीवन का एक बेहद भावनात्मक और चर्चित किस्सा रहा अभिनेता सतीश कौशिक के शादी के प्रस्ताव का।


जब नीना विवियन रिचर्ड्स के साथ संबंध टूटने और बेटी मसाबा की परवरिश को लेकर अकेली पड़ गईं, तब सतीश कौशिक ने उन्हें शादी के लिए प्रस्ताव दिया।


उन्होंने कहा था कि वह मसाबा के पिता बनकर उसकी जिम्मेदारी उठाना चाहते हैं। लेकिन नीना ने यह प्रस्ताव सम्मानपूर्वक ठुकरा दिया।


उन्होंने अपने आत्मसम्मान और व्यक्तिगत सिद्धांतों के आधार पर यह फैसला लिया। यह घटना बताती है कि नीना किसी भी तरह के सहारे के बजाय अपनी शर्तों पर जीना पसंद करती हैं।


  1. जब ‘गे’ बैंकर से मिली थी शादी करने की अजीब सलाह


सिंगल मदर बनकर नीना को उस वक्त समाज और मीडिया से जबरदस्त आलोचना झेलनी पड़ी थी। उस दौर में भारत में सिंगल मदर होना एक टैबू माना जाता था।


कई लोगों ने नीना को सलाह दी कि वो समाज के तानों से बचने के लिए किसी गे बैंकर से शादी कर लें। ताकि न तो उनके करियर पर असर पड़े, न बेटी के नाम पर उंगलियां उठें।


लेकिन नीना ने इस सलाह को साफ शब्दों में नकारते हुए कहा कि वो सिर्फ दिखावे या दबाव में शादी नहीं करेंगी। ये सोच उनके आत्मनिर्भर स्वभाव और स्पष्ट दृष्टिकोण को दर्शाती है।


  1. 5 सालों तक नहीं की विवियन रिचर्ड्स ने बात


नीना और वेस्ट इंडीज के दिग्गज क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स का रिश्ता लंबे समय तक चर्चा में रहा। दोनों की मुलाकात के बाद मसाबा का जन्म हुआ, लेकिन शादी नहीं हुई।


जब नीना ने एक पारिवारिक ट्रिप के लिए रिचर्ड्स का न्योता ठुकरा दिया क्योंकि मसाबा का स्कूल शुरू होने वाला था, तो रिचर्ड्स बेहद नाराज़ हो गए।


इसके बाद पांच सालों तक उन्होंने नीना से बात नहीं की। यह घटना उनके रिश्ते में आई गहराई को और स्पष्ट करती है। नीना ने बाद में इस घटना का जिक्र अपनी आत्मकथा में भी किया है।


  1. आर्थिक तंगी और डिलिवरी के पैसे नहीं थे


एक दौर ऐसा भी था जब नीना को गंभीर आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा। जब वह मसाबा के जन्म से ठीक पहले अस्पताल में थीं, तब उनके पास सी-सेक्शन डिलिवरी कराने के पैसे तक नहीं थे।


उनकी हेल्थ कंडीशन ऐसी थी कि नॉर्मल डिलिवरी खतरनाक हो सकती थी, लेकिन आर्थिक मजबूरी के चलते वे उस समय घबराईं नहीं।


किसी तरह इंतजाम किया और मां बनने की प्रक्रिया को पूरा किया। यह किस्सा उनके अंदर की जुझारू मां और मजबूत महिला की छवि को सामने लाता है।


  1. कास्टिंग काउच का भी शिकार हो चुकी हैं नीना


नीना गुप्ता का फिल्मी सफर भी उतना ही चुनौतीपूर्ण रहा जितना उनकी निजी जिंदगी। एक घटना का उन्होंने खुद जिक्र किया है, जिसमें पृथ्वी थिएटर में काम के दौरान एक साउथ इंडियन प्रोड्यूसर ने उन्हें रोल का ऑफर देकर एक होटल में बुलाया।


जब नीना काम की बातचीत के बाद वहां से जाने लगीं, तो प्रोड्यूसर ने कहा कि उन्हें लगा नीना पूरी रात रुकेंगी। नीना तुरंत स्थिति को समझ गईं और वहां से निकल गईं।


इस घटना ने उन्हें झकझोर तो दिया, लेकिन उन्होंने फिर भी अपने रास्ते से समझौता नहीं किया।


आज की नीना - मंजू देवी और उससे कहीं ज्यादा


नीना गुप्ता ने खुद को दोबारा साबित किया ‘बधाई हो’ जैसी फिल्मों में दमदार रोल्स के जरिए।


वेब सीरीज ‘पंचायत’ में मंजू देवी के किरदार ने उन्हें फिर से लाखों दिलों में जगह दिला दी है।


लेकिन ये सफलता रातोंरात नहीं आई। ये उनकी हिम्मत, संघर्ष और आत्मसम्मान का परिणाम है।


आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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