मोदी की कविता पढ़ भावुक हुईं त्रिनिदाद की पीएम, ऐतिहासिक प्रशंसा की!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय कैरिबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनका वहां पहुंचने पर बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया गया।


त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने मंच से जिस तरह पीएम मोदी की प्रशंसा की, वह न केवल भावनात्मक था बल्कि ऐतिहासिक भी।


उन्होंने नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता, वैश्विक नेतृत्व और मानवीय मूल्यों को खुले दिल से सराहा।


भारत से जुड़े मानवीय रिश्तों का स्मरण


प्रधानमंत्री बिसेसर ने अपने संबोधन में कहा, “हम ऐसे व्यक्ति की उपस्थिति से गौरवान्वित हैं जो केवल एक राजनीतिक नेता नहीं हैं, बल्कि एक संवेदनशील और परिवर्तनकारी शक्ति हैं।”


उन्होंने पीएम मोदी को दुनिया के सबसे प्रभावशाली और सम्मानित नेताओं में से एक बताया।


बिसेसर ने यह भी कहा कि मोदी की यात्रा सिर्फ एक राजनयिक औपचारिकता नहीं, बल्कि दो सभ्यताओं, दो संस्कृतियों और साझा विरासत का उत्सव है।


PM मोदी की कविता ने छू लिया दिल


इस पूरे कार्यक्रम का सबसे भावनात्मक क्षण तब आया जब त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी द्वारा लिखी एक कविता पढ़ी। यह कविता पीएम मोदी की गुजराती पुस्तक ‘Aankh aa dhanya che’ से ली गई थी।


कविता के अंश पढ़ते हुए बिसेसर ने मोदी की भावनाओं, उनके विचारों और भारत के प्रति उनकी गहराई को नमन किया।


उन्होंने कहा, “आपकी कविता सिर्फ शब्दों की अभिव्यक्ति नहीं है, यह एक दर्शन है, जो यह बताता है कि आपने नेतृत्व को केवल सत्ता नहीं, सेवा और संवेदना के रूप में देखा है।”


त्रिनिदाद ने क्यों दिया मोदी को सर्वोच्च सम्मान


प्रधानमंत्री बिसेसर ने यह भी बताया कि नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद एंड टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान क्यों प्रदान किया गया।


उन्होंने कहा, “कोविड महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया असहाय थी, तब भारत ने दुनिया की ओर मदद का हाथ बढ़ाया। आपने यह सुनिश्चित किया कि छोटे-से-छोटे राष्ट्रों तक भी वैक्सीन पहुंचे।”


बिसेसर ने कहा कि भारत ने केवल त्रिनिदाद ही नहीं, बल्कि सैकड़ों देशों को वैक्सीन भेजकर वैश्विक एकजुटता का अद्भुत उदाहरण पेश किया।


“आपने जहां-जहां भी डर था, वहां शांति और भरोसे की शुरुआत की, यह कूटनीति से बढ़कर एक इंसानियत का कार्य था,” उन्होंने कहा।


2002 से लेकर आज तक का मोदी प्रभाव


प्रधानमंत्री बिसेसर ने 2002 की मोदी की पहली त्रिनिदाद यात्रा को याद किया। उन्होंने कहा, “तब आप प्रधानमंत्री नहीं थे, लेकिन एक सांस्कृतिक राजदूत के रूप में आए थे। 


आज आप 1.4 अरब लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए लौटे हैं। आपके विचारों और नेतृत्व का प्रभाव भारत की सीमाओं से बहुत दूर तक फैला है।”


उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी का करिश्मा केवल भारत तक सीमित नहीं है, उनका व्यक्तित्व एक वैश्विक लीडर का है, जो वर्तमान ही नहीं, भविष्य को दिशा देता है।


‘भारत की आत्मा को समर्पित नेता हैं मोदी’, बिसेसर


अपने भाषण में कमला प्रसाद बिसेसर ने पीएम मोदी की आर्थिक नीतियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था का आधुनिकीकरण कर एक नया भारत गढ़ा है।


“आपने 1 अरब से अधिक लोगों को सशक्त किया है। आपने सिर्फ भारत को विकसित राष्ट्र नहीं बनाया, बल्कि हर भारतीय के भीतर एक नई चेतना जगाई है,” उन्होंने कहा।


भारतीय मूल का सम्मान और गौरव


त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री खुद भारतीय मूल की हैं और उन्होंने यह स्वीकार किया कि पीएम मोदी का इस धरती पर आना केवल राजनीतिक नहीं, भावनात्मक महत्व भी रखता है।


उन्होंने कहा कि भारत और त्रिनिदाद के रिश्ते ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आत्मीय हैं और मोदी उन रिश्तों को नई ऊर्जा देने वाले नेता हैं।


सम्मान समारोह के पीछे की भावना


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद एंड टोबैगो के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाज़ा गया। यह केवल एक पुरस्कार नहीं था, यह एक राष्ट्र की तरफ से भारत के नेतृत्व और मानवीय दृष्टिकोण के प्रति श्रद्धांजलि थी।


बिसेसर ने कहा, “हमने आपको इसलिए सम्मानित किया क्योंकि आपने हमारी मदद ऐसे समय में की जब कोई और साथ नहीं था। आपने हमें सिर्फ वैक्सीन नहीं दी, आपने यह यकीन दिलाया कि हम अकेले नहीं हैं।”


आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

Comments (0)

Related to this topic:

No related posts found.